Showing posts from October, 2009

प्यार ही तो जिंदगी है

प्या र एक ऐसा आभास है , जो हमारे दिल के तारों को मिलाता है । यह एक ऐसा खूबसूरत अनुभव है , जो हमें जिंदगी देता है और एक ऐसी ऊर्जा देता है , जिससे हम प्यार के सागर में डूब जाते हैं व तेज गति से सफलता की …

दिव्यांशी शर्मा

हम युवा

आ म तौर पर हम युवाओं पर पथभ्रष्ट और गैरजिम्मेदार होने का आरोप लगाते हैं। क्या वाकई कुछ कड़वे अनुभवों के बिना हम सारी युवा पीढ़ी को गलत ठहरा सकते हैं? अभी कुछ दिनों पहले अपने भाई के नाम से की हुई एक पॉलिसी का चेक मिला। वह इंजीनियरिंग का छात्…

दिव्यांशी शर्मा

मिट्टी का कोई अंत नही

दी ये से ज्यादा प्रकृति के सर्वाधिक निकट कौन होगा। मिट्टी का शुद्ध रूप। सादगी का शुद्ध रूप। और का भी शुद्ध रूप। अपने अकेले होने पर गर्व भी और पंक्ति से जुड़ने की चाह भी और यह दार्शनिकता भी कि जीवन क्षण है। मिट्टी को मिट्टी में मिल जाना है। तेल को …

दिव्यांशी शर्मा
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वाह ! चाय

जिसके बिन विश्व मैं चले ना कोई काम । उठते ही बिस्तर से लेते जिसका नाम । । लेते जिसका नाम ,हमें 'स्टार्ट' वो करती । अलसाए इंसान को 'स्मार्ट' वो करती । । कह ' रिसलिया ' पिते ही जिसके आती मस्ती । विश्वप्रसिद वह चाय उडात…

दिव्यांशी शर्मा
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वीरू पर सबकी नज़र ।

आक्रामक सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग की भारतीय टीम में वापसी तय है जबकि राष्ट्रीय क्रिकेट चयनकर्ता गुरुवार को जब यहाँ ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले दो एकदिवसीय मैचों के लिए टीम का चयन करेंगे तो खराब फॉर्म में चल रहे यूसुफ पठान टीम से बाहर हो सकते…

दिव्यांशी शर्मा

क्यों भूल जातें हैं जन्मदाता को ?

बुढ़ापा मानव के जीवन का आखिरी चरण है। यह वो समय है जब मनुष्य की बचपन की लापरवाही और जवानी की मौज-मस्ती सदा के लिए समाप्त हो जाती है। बूढ़े होना एक प्राकृतिक प्रकिया है और उम्र के बढ़ने से हर व्यक्ति बूढ़ा होता है। मगर यह जरूरी नहीं कि हर बुढ़ापा …

दिव्यांशी शर्मा
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जल्द ही बनाऊंगा एक पारी में ५०० रन

वीरेंद्र सहवाग : भारत के एक मात्र बल्लेबाज जिसने दो बार तिहरे शतक लगाये है । इस विस्पोट क बल्लेबाज ने एक बार पाकिस्तान के खिलाफ मुल्तान में ३०९ की पारी खेलकर सबका ध्यान …

दिव्यांशी शर्मा
That is All