कैसा राम राज्य आ गया है , ईस भारत में ! मानवता का धर्म खत्म हो गया ईस भारत में !
नैतिकता का पतन हो गया है ,ईस भारत में !जहा भी देखॊ सबकी अपनी मर्जी है ईस भारत में !
चोरो की भरमार पडी़ है , रिश्वत् खोरो की भरमार बडी़ है ईस भारत में !
अबलाओं पर अत्याचार बडा़ है , नाबालिक बच्चो का शॊषण होता ईस भारत में !
शिक्षा का अपमान हो रहा है , क्षेत्रबाद राजनिति का अडडा बन गया है ईस भारत में !
आरक्षण राजनीत का रुप ले लिया है , जहा भी देखो गुन्डा राज हो गया है ईस भारत में !
चपरासी से लेकर मन्त्री तक कमीशन खाता है , सत्य-अहिंशा का मार्ग नाम मात्र है ईस भारत में !
राजनीत भी अजब शतरंज का खेल है , कहने को तो नही रखा जायगा राजनीती में दागी लोगो को !
फ़िर शॊचॊ राजनीत करने को बचेगा कौन ईस भारत में !
राजनीती चमकाने में हर हथकन्डा अपनाया जाता है , राजनीती जुर्म का सबसे बडा अखाडा है ईस भारत में !
दे्श का ऎसा कोई क्षेत्र नही बचा होगा , जहा राजनीती अपना पैर पशारा नही ईस भारत में !
नही मिलेगा ईससॆ आसान तरीका चुनाव लड़ने का , अच्छॆ और ईमानदार लोगो को हीन द्रृश्टी से देखा जाता !
कमीशन का प्रचलन बहुत तेजी से बढ रहा है , मिलावट खोरो से कमीशन खाय़ा जाता है ईस भारत में !
नम्बर दो का काम करना आसान हो गया है , पैसो के दम पर कुछ भी करवाया जा सकता है ईस भारत में !
श्रधा के नाम पर प्रभू का अपमान किया जाता है , पाप करो फ़िर दान करो प्रचलन बन गया है ईस भारत में!
जनता को वेवकूफ़ बनाना आसान हो गया है,युवा पीढी आगे राजनीत में आवो नारा बन गया है ईस भारत में!
कोई नही कहता अच्छॆ लोग राजनीत में आवो , यदी अच्छॆ लोग राजनीत में आ गये तो सबका सुपढा साफ़ हो जायेगा!
जहा भी देखो चोर-चोर मौसेरे भाई मिलेगें ,ईस भारत में!
शन्त महात्मावों की चल पडी़ है अब ईस भारत में , प्रबचन करके वेवकुफ़ बनाना आसान बन गया है ईस भारत में!
अच्छॆ लोग कभी नही करेगे कोई राजनीत ,ईस भारत में!
क्या-क्या बदला अजादी के चौसठ (64) सालो में , अन्डर वल्ड डानो की चलती है ईस भारत में !
गुन्डो का राजनीतिक कनेक्शन होता है , देश की पुलिस भी बहती गंगा में हाथ धोता है ईस भारत में !
सरकारी सम्पती को लूटवाया जाता है , सरकारी टैक्स भरो या मत भरो ईनकी जेबे भरते रहो ईस भारत में !
जहा भी देखो भ्रश्टाचार बडा़ है , मेरी कल्पना सत्य हो गयी ईस भारत में !
फ़िल्मी दुनियाँ वालो का क्या कहना , ईस भारत में ! फ़िल्म का प्रमोशन करने में हर हथकन्डा अपनाता है !
पर्दे के पिछॆ का हर बे पर्दा होता है , ईस भारत में फ़िल्मी दुनियाँ की कोई मर्यादा नही होती है !
कोई ज्यादा फ़र्क नही होता फ़िल्मी और असल जिन्दगी में ,कम कपडो़ का फ़ैशन फ़िल्मी दुनियाँ ने लाया ईस भारत में !
नारी का अपमान नहीं तो और क्या है , कुछ चिजो की मर्यादा पर्दे से ही होती है ईस भारत में !
मेरे चुल्हे में क्या पकता है , कुछ लेना देना नही , लेकिन पडो़सी के घर में क्या चलता है सब देखेगें ईस भारत में !
आज पैसे की हवस सबको लगी हुई है , फ़िर दान करके कौन सा पुन्य कमाया जाता है ईस भारत में !
कहने को मिडियाँ भी तरक्की कर ली है , ईस भारत में शंकर जी की तीसरी आँख रखता है मिडियाँ …!
मिडियाँ कितनी टैलेन्ट और साफ़ शुथरी है , उसे मैं कुछ दिखाना और बताना चाहूगाँ ईस भारत में !
बी.आई.पी कब पादा कब छिका कवरेज करती है मिडियाँ , ईस भारत में !
एक नंगा-भूखा ईन्सान भूखॊ से बेहाल है नहीं पहुचती मिडियाँ ईस भारत में !
नामी गुन्डो बदमाशो के पास अपना कैमरा घुमाने से डरती मिडियाँ ईस भारत में !
उनके पिछे कभी नही लगाती अपनी तीसरी आँख मिडियाँ ईस भारत में !
जबतक कानून दबोचता नहीं मिडियाँ भी जाने से घबराती है ,ईस भारत में !
शेर फ़स गया जब पिजरे में टीबी चैनल का हेड-लाईन बन गया ,ईस भारत में !
मिडियाँ भी हमारी थोडी़ बहुत पुलिस जैसी करती है , हाथी डूब गयी पुँछ बचाया कहावत करती है ईस भारत में !
यहा भी पैसो का खेल है यारो क्या कहना , बिन पैसो के वे भी अपना कैमरा नहीं दौडा़ते यारो क्या कहना ईस भारत में !
जिते हुए प्रत्याशी कि वाह-वाही करते दिखेगें , सच्चे का मुँह काला झुठे का बोल -बाला है ईस भारत में !
नैतिकता का पतन हो गया है ,ईस भारत में !जहा भी देखॊ सबकी अपनी मर्जी है ईस भारत में !
चोरो की भरमार पडी़ है , रिश्वत् खोरो की भरमार बडी़ है ईस भारत में !
अबलाओं पर अत्याचार बडा़ है , नाबालिक बच्चो का शॊषण होता ईस भारत में !
शिक्षा का अपमान हो रहा है , क्षेत्रबाद राजनिति का अडडा बन गया है ईस भारत में !
आरक्षण राजनीत का रुप ले लिया है , जहा भी देखो गुन्डा राज हो गया है ईस भारत में !
चपरासी से लेकर मन्त्री तक कमीशन खाता है , सत्य-अहिंशा का मार्ग नाम मात्र है ईस भारत में !
राजनीत भी अजब शतरंज का खेल है , कहने को तो नही रखा जायगा राजनीती में दागी लोगो को !
फ़िर शॊचॊ राजनीत करने को बचेगा कौन ईस भारत में !
राजनीती चमकाने में हर हथकन्डा अपनाया जाता है , राजनीती जुर्म का सबसे बडा अखाडा है ईस भारत में !
दे्श का ऎसा कोई क्षेत्र नही बचा होगा , जहा राजनीती अपना पैर पशारा नही ईस भारत में !
नही मिलेगा ईससॆ आसान तरीका चुनाव लड़ने का , अच्छॆ और ईमानदार लोगो को हीन द्रृश्टी से देखा जाता !
कमीशन का प्रचलन बहुत तेजी से बढ रहा है , मिलावट खोरो से कमीशन खाय़ा जाता है ईस भारत में !
नम्बर दो का काम करना आसान हो गया है , पैसो के दम पर कुछ भी करवाया जा सकता है ईस भारत में !
श्रधा के नाम पर प्रभू का अपमान किया जाता है , पाप करो फ़िर दान करो प्रचलन बन गया है ईस भारत में!
जनता को वेवकूफ़ बनाना आसान हो गया है,युवा पीढी आगे राजनीत में आवो नारा बन गया है ईस भारत में!
कोई नही कहता अच्छॆ लोग राजनीत में आवो , यदी अच्छॆ लोग राजनीत में आ गये तो सबका सुपढा साफ़ हो जायेगा!
जहा भी देखो चोर-चोर मौसेरे भाई मिलेगें ,ईस भारत में!
शन्त महात्मावों की चल पडी़ है अब ईस भारत में , प्रबचन करके वेवकुफ़ बनाना आसान बन गया है ईस भारत में!
अच्छॆ लोग कभी नही करेगे कोई राजनीत ,ईस भारत में!
क्या-क्या बदला अजादी के चौसठ (64) सालो में , अन्डर वल्ड डानो की चलती है ईस भारत में !
गुन्डो का राजनीतिक कनेक्शन होता है , देश की पुलिस भी बहती गंगा में हाथ धोता है ईस भारत में !
सरकारी सम्पती को लूटवाया जाता है , सरकारी टैक्स भरो या मत भरो ईनकी जेबे भरते रहो ईस भारत में !
जहा भी देखो भ्रश्टाचार बडा़ है , मेरी कल्पना सत्य हो गयी ईस भारत में !
फ़िल्मी दुनियाँ वालो का क्या कहना , ईस भारत में ! फ़िल्म का प्रमोशन करने में हर हथकन्डा अपनाता है !
पर्दे के पिछॆ का हर बे पर्दा होता है , ईस भारत में फ़िल्मी दुनियाँ की कोई मर्यादा नही होती है !
कोई ज्यादा फ़र्क नही होता फ़िल्मी और असल जिन्दगी में ,कम कपडो़ का फ़ैशन फ़िल्मी दुनियाँ ने लाया ईस भारत में !
नारी का अपमान नहीं तो और क्या है , कुछ चिजो की मर्यादा पर्दे से ही होती है ईस भारत में !
मेरे चुल्हे में क्या पकता है , कुछ लेना देना नही , लेकिन पडो़सी के घर में क्या चलता है सब देखेगें ईस भारत में !
आज पैसे की हवस सबको लगी हुई है , फ़िर दान करके कौन सा पुन्य कमाया जाता है ईस भारत में !
कहने को मिडियाँ भी तरक्की कर ली है , ईस भारत में शंकर जी की तीसरी आँख रखता है मिडियाँ …!
मिडियाँ कितनी टैलेन्ट और साफ़ शुथरी है , उसे मैं कुछ दिखाना और बताना चाहूगाँ ईस भारत में !
बी.आई.पी कब पादा कब छिका कवरेज करती है मिडियाँ , ईस भारत में !
एक नंगा-भूखा ईन्सान भूखॊ से बेहाल है नहीं पहुचती मिडियाँ ईस भारत में !
नामी गुन्डो बदमाशो के पास अपना कैमरा घुमाने से डरती मिडियाँ ईस भारत में !
उनके पिछे कभी नही लगाती अपनी तीसरी आँख मिडियाँ ईस भारत में !
जबतक कानून दबोचता नहीं मिडियाँ भी जाने से घबराती है ,ईस भारत में !
शेर फ़स गया जब पिजरे में टीबी चैनल का हेड-लाईन बन गया ,ईस भारत में !
मिडियाँ भी हमारी थोडी़ बहुत पुलिस जैसी करती है , हाथी डूब गयी पुँछ बचाया कहावत करती है ईस भारत में !
यहा भी पैसो का खेल है यारो क्या कहना , बिन पैसो के वे भी अपना कैमरा नहीं दौडा़ते यारो क्या कहना ईस भारत में !
जिते हुए प्रत्याशी कि वाह-वाही करते दिखेगें , सच्चे का मुँह काला झुठे का बोल -बाला है ईस भारत में !